Astrology


गणेश जी की पूजा के कुछ आधारभूत नियम


गणेश जी की पूजा के कुछ आधारभूत नियम

सर्व प्रथम पूजे जाने वाले श्री गणेश जी सभी देवताओ में अपना अनुपम स्थान रखते हैं

कहते हैं जिस पर बाप्पा की कृपा हो जाती है वो व्यक्ति धन्य हो जाता है।

खासतौर से गणेश चतुर्थी के अवसर पर १० दिनों तक ऋद्धि सिद्धि के दाता को पूजा जाता है फिर दसवें दिन मूर्ति विसर्जन किया जाता है।

आज हम आप को  बताएंगे

१. किसी भी तरह की पूजा से पहले घर को खासकर पूजा स्थान को स्वच्छ करना अति आवश्यक है

२. पूजन से पहले स्वं शुद्ध हो कर पूजन सामग्री पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि गणेश जी की प्रिय वस्तुओ को एकत्र कर लीजिये

३. गणेश जी को शुध् दूर्वा अर्पित की जाती है ध्यान रखिये गणेश महाराज को तुलसी नहीं अर्पित की जाती है।

४. गणेश जी को मूर्ति की स्नान करने के बाद मिष्ठान के तोर पर भगवन को प्रिय मोदक का प्रसाद चढ़ाना चाहिए।

५. पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन आदि गणेश जी को अर्पित करें।

६. गणेश जी मातृ और पितृ भक्ति के लिए प्रसिद्ध है इसीलिए अपने गुरुजनो माता पिता का आशीर्वाद प्राप्त करें और अतीत में हुई गलतियों की क्षमा मांग कर भविष्य में उनकी दीर्घायु की प्रार्थना करें। 

७. पुरोहित के परामर्शानुसार मंत्रो का ज्ञान ले और शुद्ध उच्चारण से समयानुसार जाप करें

 

ॐ श्री गं गणपतये नम:

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ |

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व कार्येषु सर्वदा |

गजाननं भूतगणादिसेवितम कपित्थजम्बू फल चारू भक्षणं |

उमासुतम शोक विनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम ||

 

आरती करें

 

८. पूजा के बाद सभी देवताओ की नियमित पूजा अर्चना करें। और पश्चात् पूजन में हुई गलतियों की क्षमा प्रार्थना करें।

९. चित्त शांत रखें और क्रोध को हावी न होने दें।

१०. ब्राह्मणो को दान दें और स्वं और घर की सुख स्रमृधि की प्रार्थना करें।

Astrology Chapter List


  1. एक दिन ऐसा आएगा - Latest Hari Bhajan
  2. गणेश जी की पूजा के कुछ आधारभूत नियम
  3. घर में माँ लक्ष्मी के वास के अचूक सरल उपाए